Saturday, 8 February 2025

आदाब

दूरी एक डायरी सी लगती है 

रोज़ कुछ लिख जाती है 

कभी कोरा मिज़ाज

कभी ख़ामोश अल्फ़ाज़

यादों के हिज़ाब 

और एक आदाब


अमृता 

19 Jan 2025

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